Pujya Premanand Ji Maharaj : प्रेमानंद जी महाराज आज के समय में भारत में ही नहीं बल्कि देश विदेशों में भी चर्चित में हैं और इनके द्वारा बताये गए सिद्धांतों में पूरा विश्व चल रहा है। नवयुवक से लेकर वयस्क भी प्रेमानंद जी महाराज को सभी पसंद करते और मानते हैं। ऐसे ही एक भक्त ने पूँछ लिया की जीव हत्या पाप है और माँस मदिरा का सेवन करना भी पाप है। पर कुछ ऐसे देश हैं जहाँ माँस का सेवन भी करते हैं और उनकी उन्नति भी हो रही है यह प्रश्न सुनकर बोले प्रेमानंद जी महाराज
महाराज जी ने कहा - प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि सांसारिक उन्नति को तुम उन्नति मानते हो क्या क्योंकि जब आपदा प्रगट होती है तो सब नाश करती चली जाती है। और आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पांच प्रक्रति है। महाराज जी कहते हैं कि पाप आचरण करोगे तो लौकिक उन्नति होते हुए भी तुम्हारा सर्वनाश हो जायेगा।
भारत देश की तुलना ना करें अन्य देश से -
गुरुजी ने कहा की विदेश की तुलना थोड़ी हम अपने भारत देश से करेंगे क्योंकि हमारा भारत धार्मिक देश है, सात्व देश है, शांतिप्रिय देश है और धर्म है। महाराज जी ने कहा की इसीलिए नही की हम भारत वासी हैं बल्कि इसका प्रमाण भी है क्योंकि जैसे ब्रम्हऋषि भारत में ऐसें संत गुरु कहीं नहीं हैं।