Premanand Ji Maharaj : मुंबई के एक्टर पारस छाबड़ा जी ने गुरुजी से राधे-राधे किया और दंडवत प्रणाम किया और कहा कि महराज जी लोग आपको ठाकुर जी और राधा रानी का स्वरूप मानते है। लेकिन आपका भोलापन आपकी जटायेँ आपकी मुस्कान पर वैष्णवता का प्रचार प्रसार मुझे महादेव की याद दिलाता है।
प्रेमानंद महाराज जी उत्तर देते हुए कहते हैं कि -
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं की महादेव जिनके हृदय में हैं उन्ही के दास हम हैं और महादेव ने ही हमें वृन्दावन भेजा है और गुरुजी कहते हैं कि ऐसा समझ लो महादेव रूपी मंदिर मे बिल्डिंग है उसमे राधा कृष्ण जी वास करते हैं गुरु जी कहते हैं की बिल्डिंग महादेव है और उसमें निवास करने वाले राधा कृष्ण हैं।
एक्टर पारस छाबड़ा जी ने महाराज जी से कहा कि महाराज जी मैं आपकी कहने से राधा रानी जी का बहुत नाम लिया और बिहारी जी के नाम लेने से मुझे बहुत अच्छा काम मिला और टी वी मे काम किया फेमस भी हुआ और उसके बाद वृंदावन मिल गया। और उसके पर उसके बाद मैं राधा रानी का नाम लेना शुरू किया इसके पहले मुझे बहुत ज्यादा एंजायटी होती थी बहुत ज्यादा डिप्रेशन होता था और नेगेटिव सोच आई थी जब से मैं राधा रानी जी का नाम लेना शुरू किया है तब से मुझे सकारात्मक सोच आने लगी है। प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि जब हम प्रभु का चिंतन करते हैं उन्हीं से प्यार करते हैं तो उनकी आभा आने लगती है।
गुरुजी ने कहा हमारी किडनी कभी स्वस्थ हो जाए ऐसी हमारी आकांक्षा कभी नहीं है -
प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि हमारे अंदर यह भाव कभी नहीं आता है कि हमारी किडनी स्वस्थ हो जाए क्योंकि यदि हमारे बिहारी जी हमको दुख देना चाहते हैं तो हम वह सुख कभी नहीं चाहते हैं जो उनके खिलाफ है यदि वह हमको दुख चाहेंगे तो वह हमें सुख से भी बढ़कर है।