शिवरात्रि स्पेशल भजन तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी-Tu Roj Ghutave Bhang Pol Teri Kholungi
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
मेरे हाथ में छाले पड़ गए सुन भोले
तेरी भांग में लग जाए आग
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
ऊँचे पर्वत तेरा वास है सुन भोले
तोपे चढ़ो है राग बैराग
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
कैसे पहनाऊँ मैं माला सुन भोले
तेरे गले में पड़े हैं नाग
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
पर्वत पे टूटी झोपड़िया है सुन भोले
मेरे मायके में हरे भरे बाग
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी
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Shivratri Bhajans