चेतावनी भजन ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है - Na Jane Ye Duniya Kis Par Itrati Hai Lyrics
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
सब कुछ यहीं रह जाता जब घड़ी वो आती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
पानी के बुलबुले सी औकात है दुनिया की
फिर भी वो सादियों का सामान सजाती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
यहां क्या तेरा मेरा ना कोई किसी का है
न जाने यह दुनिया क्यों अपना बनाती है
किस्मत में अगर धोखा ना इसका गिला करना
सुख पाओगे भक्तों तुम हरि सुमिरन कर लो
फिर देख दया उसकी क्या रंग दिखाती हैं
माना की धन दौलत एक सुविधा साधन है
बेकार है वो दौलत जो प्रभु को भुलाती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
सुख दुख है वो छाया जो आती जाती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है
ना जाने ये दुनिया किस पर इतराती है