कृष्ण भजन गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे - Govind Hare Gopal Hare Jai Jai Prabhu Dindayal Hare

 कृष्ण भजन गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे - Govind Hare Gopal Hare Jai Jai Prabhu Deendayal Hare

गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

तुम तीन लोक के स्वामी हो प्रभु घट घट के अंतर्यामी हो 
है जग में तुमसे कौन परे गोविंद हरे गोपाल हरे 

गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

माया में फंस हरी भूल गए झूठी दुनिया पे फूल गए
जा के कारण भव कूप गिरे गोविंद हरे गोपाल हरे
 
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

मेरे मन मंदिर में आ जाओ प्रभु जगमग जोत जला जाओ
भक्तों के तुमने कष्ट हरे गोविंद हरे गोपाल हरे

गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

जन्मों के बिछड़े मिल जाओ मेरा जीवन मरण मिटा जाओ
हम आन बनी तेरे द्वार खड़े गोविंद हरे गोपाल हरे 

गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

माया ने सब कुछ भुला दिया तेरा नाम कभी ना य़ाद किया
मैंने जन्म तेरा बर्बाद किया बैठा रहा हाथ पे हाथ धरे

गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

नैया है भवर में आन पड़ी रोती हूँ प्रभु जी खड़ी खड़ी 
मैं द्वार तिहारे आन पड़ी अब तुम बिन संकट कौन हरे

गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे
गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे

Govind Hare Gopal Hare Jai Jai Prabhu Dindayal Hare

कृष्ण भजन गोविंद हरे गोपाल हरे जय जय प्रभु दीनदयाल हरे - Govind Hare Gopal Hare Jai Jai Prabhu Dindayal Hare

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