कार्तिक मास भजन सीता तुलसी मनावै सवेरे उठ के - Kartik Maas Bhajan Sita Tulsi Manavai Savere Uth Ke
सीता तुलसी मनावै सवेरे उठ के
सीता तुलसी मनावै सवेरे उठ के
सीता तुलसी मनावै सवेरे उठ के
सवेरे उठ के जी सवेरे उठ के
सीता तुलसी मनावै सवेरे उठ के
राम जी के अंगना में तुलसी का पौधा
सीता जल चढ़ावे सवेरे उठ के
हां सवेरे उठ के
राम जी के अंगना में तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा तुलसी का पौधा
सीता फूल चढ़ावे सवेरे उठ के
हां सवेरे उठ के
राम जी के अंगना में तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा तुलसी का पौधा
सीता दिया जलावे सवेरे उठ के
हां सवेरे उठ के
राम जी के अंगना में तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा तुलसी का पौधा
सीता पूजन करे है सवेरे उठ के
हां सवेरे उठ के
राम जी के अंगना में तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा तुलसी का पौधा
सीता चुनरी ओढ़ावे सवेरे उठ के
हां सवेरे उठ के
राम जी के अंगना में ऋषिगण पधारे
ऋषिगण पधारे मुनिजन पधारे
सीता भोजन जिमावे सवेरे उठ के
सीता तुलसी मनावै सवेरे उठ के
हां सवेरे उठ के
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