शिव शंकर रटो गौरी शंकर रटो शिव शंकर बिना उधर नहीं भजन लिरिक्स - Shiv Shankar Rato Gauri Shankar Rato Shiv Shankar Bina Udhar Nahin Bhajan Lyrics
जो जग में रहूं तो ऐसे रहूं
जो जल में कमल का फूल रहे
मेरे अवगुण दोष समर्पित हों
करतार तुम्हारे हाथों में
अब सौंप दिया इस जीवन का
सब भर तुम्हारे हाथों में
शिव शंकर रटो गौरी शंकर रटो
शिव शंकर बिना उद्धार नहीं
अशिधीश्व नाथ बिन पार नहीं
विश्वनाथ बिना भव पार नहीं
विश्वनाथ बिना भव पार नहीं
सोमनाथ बिना उद्धार नहीं
भोले नाथ कहो गौरी नाथ कहो
भोलेनाथ बिना भव पार नहीं
केदारनाथ बिना भव पार नहीं
महाकाल बिना उद्धार नहीं
भोलेनाथ कहो शंभू नाथ कहो
भोलेनाथ बिना भव पार नहीं
शिव शंकर रटो गौरी शंकर रटो
शिव शंकर बिना उद्धार नहीं