मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है भजन लिरिक्स - Mere Bhole Ke Darbar Me Sabka Khata Hai Bhajan Lyrics
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में लिखा उतना ही पाता है
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है
चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो सब को एक समान
सबकी बिगड़ी वो ही बनाए
सबकी बिगड़ी वो ही बनाए
वो सबके भगवान
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
धर्म किए जा धर्म की चिंता मत कर करना इंसान
जैसा तेरा कर्म है
हो ओ ओ....
वैसा फल देगा भगवान
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
देख समझ ले मानव
तू है दो दिन का मेहमान
कितने आकार चले गए
कितने जाने को तैयार
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
भागते में भगवान छुपा है
मानव तू पहचान
नकली रंग से कपड़े रंगावे
साधु नहीं शैतान
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
गिरी कहे तू गिर के संभाल जा
ये जग है नादान
तेरा बनाया तुझको बनाए
मानव नही हैवान
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में लिखा उतना ही पाता है
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है