काशी के भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है भजन लिरिक्स - Kashi Ke Bholenath Mane Thari Yaad Satave Hai Bhajan Lyrics
ओ काशी के भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है
हिचकियां ना रुके भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है
बांकी सी लटक गई नैनों में अटक गई
अब सो दर्श से दिखाओ ना
हिचकियां ना रुके भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है
ओ काशी के भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है
मैं तो द्वार द्वार पर हारी पर सब कोई मिलते भिखारी
एक दाता विश्व के नाथ मुझे तेरे पास बुला लेना
हिचकियां ना रुके भोलेनाथ मने तेरे पास बुला लेना
ओ काशी के भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है
काशी के भोलेनाथ मने थारी याद सतावे है