शंभू तेरी जटा से जो बहती है गंग धारा भजन लिरिक्स - Shambhu Teri Jata Se Jo Behti Ganga Dhara Bhajan Lyrics
शंभू तेरी जटाओं से जो बहती है गंग धारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू... शंभू सारे जग का तुम्ही हो सहारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू... शंभू सारे जग का तुम्ही हो सहारा
गंगा की धारा से माटी का कण कण सदा होता रहता है पावन
ना होती जो आपकी करुणा तो कैसे फल फूलता भोले जीवन
भोले तू ही है हर जीव का इस जगत में सहारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू तेरी जटाओं से जो बहती है गंग धारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू... शंभू सारे जग का तुम्ही हो सहारा
ओम् नमः शिवाय ओम् नमः शिवाय
गंगा को तुम ना जटा में समाते तो पावन पतित कैसे होते
धरती के वासी सदा अपने पापों की गठरी को सर पर ही ढोते
शंकर अपनी कृपा से सभी भक्तों को तुमने तारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू तेरी जटाओं से जो बहती है गंग धारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू... शंभू सारे जग का तुम्ही हो सहारा
जग का करो गंगे कल्याण आज्ञा जो तुमसे श्री गंगा ने पाई
अंत समय गंगा के जल ने सबको ही मुक्ति की राह दिखाई
भोले तेरी कृपा से ही मिलता है मुक्ति का द्वारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू तेरी जटाओं से जो बहती है गंग धारा
हर बूंद से गंग की मिलने सबको के नारा
शंभू... शंभू सारे जग का तुम्ही हो सहारा
Shambhu Teri Jata Se Jo Behti Ganga Dhara Bhajan Lyrics
शंभू तेरी जटा से जो बहती है गंग धारा भजन लिरिक्स - Shambhu Teri Jata Se Jo Behti Ganga Dhara Bhajan Lyrics
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Shiv Bhajans